लखनऊ – उत्तर प्रदेश में ड्रोन का अधिक व्यावहारिक रूप से उपयोग करने और सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं के लिए बढ़ावा दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में एक आधिकारिक विज्ञप्ति में इस बात की पुष्टि की गई कि अधिकारियों ने ड्रोन को सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं जैसे जीवन रक्षक दवाओं, टीकों और अन्य आवश्यक वस्तुओं को कम समय में दूर-दराज के क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए को प्रदेश में सुलभ बनाने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया। यहाँ बताना उचित होगा कि एसीएस (होम) की अध्यक्षता में गठित ‘ड्रोन टास्क फोर्स’ द्वारा ड्रोन के नियमन, निर्माण और जनशक्ति प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में मैनुअल तैयार किया जा रहा है।