नई दिल्ली। हमारे देश में पानी की दो विपरीत छवियों को देखा जा सकता है , एक तरफ प्रतिदिन भारी मात्रा में सीवेज का पानी लगातार उत्पन्न होना और दूसरी ओर स्वच्छ पानी की कमी। दिल्ली की स्मिता सिंघल इसका हल निकला है। उनके द्वारा स्थापित एब्सोल्यूट वाटर नामक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट कंपनी इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर संतुलित करने की कोशिश कर रही है। स्मिता सिंघल की कंपनी रोजाना 1 लाख लीटर सीवेज पानी को स्वच्छ पानी में बदलती है। उनका सौर ऊर्जा से चलने वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पीने और खाना पकाने के लिए साफ पानी का उत्पादन करता है। एब्सोल्यूट वाटर्स घरेलू, नाली, औद्योगिक सीवेज, स्प्रे तालाब के पानी और रसोई के अपशिष्ट जल को फिल्टर करके साफ पानी में परिवर्तित कर सकता है।