आगरा: साफ्टवेयर टेक्‍नेलाजी पार्क ( एस टी पी आई )आगरा में चालू कलैंडर वर्ष में भले ही पूरा नहीं हो पाया हो किन्‍तु अब इसके पूरा होकर संचालित होने के कार्य में विलंब को यथा संभव कम होगा।
आगरा कालेज के इजीनियरिंग संकाय की कम्‍प्‍यूटर साइंस के विभागध्‍यक्ष डा अनुराग शर्मा
ने जर्नलिस्‍ट राजीव सक्‍सेना के साथ शास्‍त्रीपुरम के डी ब्‍लाक जाकर एस टी पी आई का अनौपचारिक निरीक्षण किया । उन्‍होंने कहा कि अगर काम में देरी के मामले को नजर अंदाज कर दिया जाये तो जो कुछ यहां हुआ है,वह उपयुक्‍त है। उन्‍होंने कहा कि जो भी कारण रहे हों किन्‍तु इस प्रोजेक्‍ट के क्रियान्‍वयन को लेकर अब तक सही प्रकार से पैरोकारी नहीं हो सकी।
डा शर्मा ने कहा कि वह चाहेगे और प्रयास भी करेंगे कि अब इस कार्य को तेजी के साथ सरकार पूरा करवाये। चूंकि यह चालू प्रोजेक्‍ट है,इस लिये अगर उ प्र विधान सभा के चुनावों की अधिसूचना जारी भी हो जाये तो भी इसको पूरा करवाने की प्रक्रिया को जारी रखा जाये।उन्‍होंने कहा कि इसके पूरा होते ही तमाम आई टी कंपनियां अपने ‘ वर्क प्‍लेस ‘ के रूप में यहां आना पसंद करेंगीं। दिल्‍ली और नौयडा से आगरा की जीवन यापन स्‍थितियां सहज और आर्थिक दृष्‍टि से अधिक लाभकारी हैं।

प्रौफेशनल्‍स और इन्‍वेस्‍टरों को बुला दूर करें एस टी पी आई आगरा का सन्‍नाटा
डा. अनुराग शर्मा ने जर्नलिस्‍ट राजीव सक्‍सेना को समझायीं प्राथमिकतायें।
‘नेशनल चैम्‍बर आफ इंडस्‍ट्रीज ऐंड कामर्स यू पी आगरा ‘ के अध्‍यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा है कि आगरा में आई टी इंडस्‍ट्रीज के पनपने की भरपूर संभावनायें हैं,चैंबर के अनेक मौजूदा सदस्‍य तथा तमाम नये संभावित निवेशक अक्‍सर आई टी इंडस्‍ट्री के संबध में जानकारियां लेने को प्रयास रत रहते हैं। अगर एस टी पी आई शुरू हो जाये तो निश्‍चित रूप से नई आई टी कंपनियां आगरा आने लगेंगीं।
उन्‍होंने कहा कि वह अपने मौजूदा कार्यकाल में लगातार एस टी पी आई के अधिकारियों से संवाद करते रहे हैं।

आई टी प्रोफैशनल को बुलायें :

देश की कई बडी कंपियों के साथ काम कर चुके आई टी प्रोफेशनल श्री अभिषेक अरुण गुप्‍ता का कहना है, आई टी पार्क अब बिना किसी विलंब के शुरू कर दिया जाना चाहिये। उनका मानना है कि ढाचागत सुचिधा संभव होते ही प्रौफेशनल स्‍वत: ही आगरा आने को प्ररित होंगे। इसके लिये वह भी डा अनुराग शर्मा की तरह ही एक सैमीनार आयोजित करवाया जाना अहम सामायिक जरूरत मानते हैं।

फिलहाल बहुमजिले प्रोजेक्‍ट का बेसमेंट और पहला तल बन चुका है।पहली मंजिल पर कितनी कंपनियां या प्रतिष्‍ठान अपने कार्यस्‍थल के लिये स्‍थान पा सकेंगे इसकी जानकारी तो प्रोजेक्‍ट के कॉर्डीनेटर से संपर्क करके ही मिल सकेगी,किन्‍तु इतना तय है कि हाल फिलहाल जितने फ्लोर बनाये जाने की गुंजायिश प्रोजेक्‍ट में है,उनसे काफीहद तक मांग पूरी हो जायेगी। यही नहीं मांग की अधिकता भविष्‍य की आई टी सिटी की भूमिका का आधार होंगे।

आगरा के लिये अहम जरूरी :

उल्‍लेखनीय है कि आई टी इकाईयों के एस टी पी आई के साथ पंजीकरण होने से जहां अनेक लाभ और कारोबारी सुविधायें संभव हैं,वहीं दूसरी ओर यह भी जरूरी नहीं है कि एस टी पी आई परिसर में ही ये स्‍थित हो।

अपरोक्ष रूप में आगरा का एस टी पी आई बनजाने से बिचपुरी विकास खंड के अनेक गांवों में आई टी प्रोफैशनल को अपनी इकाईयां खोलने या कार्यस्‍थल शुरू करने की संभावनाये काफी बढ जायेंगीं।

सबसे ज्‍यादा प्रत्‍यक्ष लाभ सिकदरा इंडस्‍टियल स्‍टेट की इकाईयों को होगा जिनमें से अनेक में पर्यावरण संबधी कारणों से उत्‍पादन कार्य प्रभावित है , जिससे इनके संचालक वैकल्‍पिक कारोबार शुरू करने को लेकर प्रयासरत रहते हैं।

एस टी पी आई अपने से पंजीकृत इकाईयों को इन्‍फ्रास्‍ट्रैक्‍चर ,स्‍किलिंग,मार्किटिंग कांटैक्‍ट और अन्‍य कई प्रकार की सुविधायें प्रदान करती हैं। यहीं नहीं साफ्टवेयर निर्यात-आयात तथा कर राहतों संबधी योजनाओं का लाभ उपलब्‍ध करवाने में नोडल एजेंसी के रूप में कार्डीनेटर की भूमिका में होती है।

आगरा के लिये साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी पार्क अति महत्‍वपूर्ण माना जा सकता है।यहां आने को आई टी यूनिटों का रुझान हमेशा से रहा है किन्‍तु अनुकूल ढाचागत सुविधाओं की कमी उन्‍हें यहां अपना कार्यस्‍थल बनाने में रोकने का बडा कारण रही हैं

एस टी पी आई और आई टी सिटी अगर बनजाते हैं तो उन सभी के लिये आगरा में रोजगर की संभावनाये काफी बढ जायेंगीं,जो आगरा में इंजीनियरिंग कॉलेजों और अन्‍य शिक्षण संस्‍थानों से ग्रेजुएशन कर दूसरे शहरों में अपने प्रोफैशनल कैरियर की शुरूआत करने संभावनाओं को तलाशने निकलने को विवश होते हैं।

साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी पार्क और सिटी बनाये जाने की परिकल्‍पना पूर्व प्रधानमंत्री स्‍व.राजीव गांधी के कार्यकाल में शुरू हुई थी।उस समय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय(Communication and Information Technology ) के तहत ही साफ्टवेयर पार्को का कार्य साफ्वेयर टैक्‍नेलाजी पार्क यह कार्य आता था,लेकिन इलैक्‍ट्रानिक ऐंड इन्‍फारमेशन टैक्‍नेलाजी मंत्रालय के कार्य का 2016 में मंत्रालय क्रमश: (Ministry of Communications ) और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology ) में विभक्‍त हो गया ।फलस्‍वरूप एस टी पी आई भी इलैक्‍ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय के तहत आ गयी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी का साफ्टवेयर पार्क और साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी सिटी विस्‍तार पर बल है,जिसका लाभ आगरा को मिलना तय है।