हरनाज संधू के विश्व ख़िताब जीतने पर उनके पैतृक गांव जो बटाला से 20 किमी दूर श्री हरगोबिनपुर रोड पर स्थित है में मीडिया का ताँता लग गया, परिवार के लिए एक दिन के भीतर सब कुछ बदल गया। हरनाज की चाची ने बताया कि वह एक धार्मिक लड़की थी, उसे वह खाना पकाने का बहुत शौक है । उसकी प्रतिभा को देखते हुए मुझे पूरा विश्वाश था कि वह एक दिन ऊंचाई पर पहुंचेगी । उन्होंने कहा खिताब जीतने से पहले देर रात किसी ने हमें बताया कि वह इसे जीतने के करीब है। उन्होंने कहा हमारा पूरा परिवार मानसिक रूप से इस अच्छी खबर के लिए तैयार था और जब सुबह यह समाचार देखा तो हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। गाओं के गुरुद्वारा प्रमुख श्री सुखबीर सिंह ने कहा कि जब हरनाज बहुत छोटी थी तभी उसके बाबा का निधन हो गया। उन्होंने कहा मुझे अभी भी भोग समारोह में कीर्तन और अरदास में भाग लेने वाली युवती हरनाज की याद है।
More in Main News