अब जल्द ही एक ही भाषा नहीं बोलने वाले दो व्यक्तियों के बीच संचार का आदान-प्रदान हो सकेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत में भाषा की बाधा को समाप्त करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके अनुवाद परियोजना विकसित कर रहा है। मंत्रालय सचिव ने कहा कि हमने एक बहुत ही महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन पर काम करना शुरू कर दिया है। देखिए नई तकनीक का जादू। सदियों से हम इस वास्तविकता के साथ जी रहे हैं कि जो व्यक्ति केवल बंगाली जानता है, वह उस व्यक्ति के साथ संवाद नहीं कर सकता जो केवल मलयालम जानता है। किन्तु इस नई तकनीकि से दो भाषाओँ वाले आपस में रीयल-टाइम संवाद कर सकेंगे।
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