आगरा – विस्मयकारी ताजमहल के लिए दुनिया भारत की ओर देखती है लेकिन इसी शहर में मुगल शैली के मेहराब और विक्टोरियन खिड़कियां पुरानी सकरी गलियों और सड़कों में देखने को भी मिलते हैं। कई हवेलियों के प्रवेश द्वार के ऊपर लोहे की ढलाई में बनी संरचना काफी आकर्षक हैं । सबसे संपन्न व्यापारियों ने उन्हें लंदन से खरीदकर आगरा मंगवाया था । लाला कोकामल की प्राचीन हवेली का आकार भी किसी बड़े होटल से कम नहीं है। यह अद्भुत हवेली बेहद भीड़भाड़ वाली गली में स्थित है। इस विशाल हवेली में करीब 500 कमरे हैं। इस इमारत की लोहे की रेलिंग पर केएम के अक्षर उकेरे हुए देखे जा सकते हैं। इसकी सबसे ऊंची मंजिल पर अखाड़ा भी था। पहले अधिकांश धनी व्यापारी पहलवानों को अंगरक्षक के रूप में नौकरी पर रखते थे। हवेली के अखाड़ों में ये पहलवान नियमित प्रैक्टिस किया करते थे ।
More in Uncategorized